तुम्हारी ही रोशनी गुरु बनकर सामने आ जाती है || आचार्य प्रशांत (2018)
2019-11-28
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वीडियो जानकारी:
शब्दयोग सत्संग, स्टूडियो कबीर संध्या
१९ मार्च, २०१८
इन्द्रपुरम, ग़ाज़ियाबाद
प्रसंग:
क्या हममें क्षमता नहीं है जीवन को समझने की? क्या गुरु होना जरूरी है?
गुरु हमारे अंदर है या बाहर?
गुरु किसे बोलें?